घटना का पूरा विवरण: गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम Abhinav Saxena है, जो कनारा बैंक में अधिकारी पद पर कार्यरत था। उसे मंदिर समिति के बैंकिंग कार्यों में सहायता के लिए अस्थायी रूप से नियुक्त किया गया था। यह चोरी वृंदावन के एक प्रतिष्ठित मंदिर में हुई, जो न केवल स्थानीय भक्तों के लिए बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है। यहाँ पर हर वर्ष लाखों की संख्या में दर्शनार्थी आते हैं और मंदिर को भारी मात्रा में दान दिया जाता है।
घटना कब और कैसे हुई?
वृंदावन में स्थित प्रसिद्ध मंदिर में भक्तगण अपनी श्रद्धा से दान पेटी मे चढ़ावा चढ़ते है, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि यह आस्था की राशि सुरक्षित नहीं रहेगी। इस घटना का खुलासा तब हुआ, जब मंदिर के दान पेटी से एक बड़ी रकम गायब पाई गई।
आरोपी अभिनव सक्सेना की जिम्मेदारी थी कि मंदिर द्वारा प्राप्त दान की राशि को बैंक में जमा कराना। इस जिम्मेदारी का फायदा उठाकर उसने 9 लाख रुपये से अधिक राशि गायब कर दी।
चोरी का खुलासा कैसे हुआ
मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों को तब संदेह हुआ जब दान पेटी की रकम की गणना के बाद बैंक खाते में जमा की गई राशि में भारी अंतर पाया गया। जब यह अंतर कई दिनों तक लगातार बना रहा, तब मंदिर प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दी और विस्तृत जांच शुरू की गई।जांच में सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेजों के मिलान से यह स्पष्ट हुआ कि कनारा बैंक के कर्मचारी ने ही दान की राशि में हेराफेरी की थी।
पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही
जैसे ही पुलिस को पुख्ता सबूत मिले, आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी के दौरान उसके पास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि उसने निजी खर्चों और कर्ज उतारने के लिए यह कदम उठाया। अभी आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और मामले की अगली सुनवाई अगले सप्ताह निर्धारित है।
मंदिर प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद मंदिर प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब दान की गिनती और जमा की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने की योजना बनाई जा रही है। अब दान पेटी पर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए जा रहे हैं और ट्रस्ट द्वारा दोहरी निगरानी व्यवस्था की जा रही है।
जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
- स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: स्थानीय जनता इस घटना से बहुत आहत है। वे इसे धार्मिक विश्वास के साथ धोखा मान रहे हैं।
- सोशल मीडिया पर वायरल प्रतिक्रियाएं: ट्विटर और फेसबुक पर इस घटना की तीखी आलोचना हो रही है। कई लोगों ने आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की है।
बैंक का आधिकारिक बयान
- बैंक द्वारा की गई कार्रवाई: कनारा बैंक ने आरोपी को तुरंत सस्पेंड कर दिया है और आंतरिक जांच का आदेश दिया है।
- आंतरिक जांच के आदेश: बैंक इस बात की भी जांच कर रहा है कि कहीं और भी ऐसे मामले तो नहीं हुए हैं जहाँ अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग किया हो।